कमज़ोर याददाश्त आज कल की हमारी दिनचर्या का मानो हिस्सा बन गई है। इस कमरे से उस कमरे में कुछ लेने जाओ और याद ही नहीं आता कि आखिर यहाँ आए ही क्यों थे ? पढ़ने वाले बच्चे भी विषय याद कर-कर के जाते हैं और परीक्षा में लिखते समय मानो सब कुछ भूल ही जाते हैं, जैसे दिमाग से सब गायब हो गया हो। इस तरह के लक्षण बहुत ही आम हैं और घरेलु उपायों से ठीक किये जा सकते हैं। रॉकीइंग की घरेलु नुस्खों की श्रंखला में आज जानेंगे कमज़ोर स्मरणशक्ति दूर करने के घरेलु आयुर्वेदिक उपाय।
सात दाने बादाम गिरी शाम के समय पानी में भिगो दें। सुबह छील कर महीन-महीन पीस लें. यदि ऑंखें भी कमज़ोर हों तो साथ ही चार काली मिर्च पीस लें. इसे उबलते हुए 250 ग्राम दूध में मिलाएं। जब तीन उफान आ जाएं तो नीचे उतार कर एक चम्मच देशी घी और दो चम्मच चीनी (या बूरा ) डाल कर ठंडा कर लें। पीने लायक गरम रह जाने पर इसे ज़रूरत के अनुसार 15 - 40 दिन तक लें। यह दूध मस्तिष्क और स्मरण शक्ति की कमज़ोरी दूर करने के लिए अति उत्तम होने के साथ-साथ वीर्य बलवर्धक है।
विशेष- यह बादाम का दूध सर्दियों में विशेष तौर पर लाभ कारी है और दिमागी मेहनत करने वाले एवं स्टूडेंट्स के लिए अत्यंत उपयोगी है। प्रातः खाली पेट इस दूध को लेने के बाद दो घंटे तक कुछ न खाएं-पियें। ये दूध आधे सर के दर्द में भी आराम देता है।
अन्य विधि - अगर इस तरीके से बादाम का दूध लेना न हो पा रहा हो तो सात भिगोई हुई बादाम की गिरियां छील कर (चार काली मिर्च के साथ घिसकर बारीक करके या ऐसे ही ) एक-एक बादाम को रोज़ सुबह चबा-चबाकर खाएं और ऊपर से गरम दूध पी लें। याददाश्त अच्छी होने के साथ-साथ इससे आँखों के कई रोग जैसे - आँखों की कमज़ोरी, आँखों का थकना , आँखों से पानी गिरना, आँख आना आदि दूर हो जाते हैं।
Comments